आखिर क्या कारण था जिसकी वजह से 0 रुपएके नोट छापे गए?

देश में सबसे अधिक मूल्य का नोट फिलहाल गुलाबी रंग वाला दो हजार रुपये का है.  मगर क्या आप जानते हैं कि देश में कभी जीरो  मूल्य के नोट भी छपे हैं? 
आखिर क्या कारण था जिसकी वजह से 0 रुपए
के नोट छापे गए?
2007 में ये नोट एक NGO द्वारा छापे गए थे जिसका नाम 5th Pillar है, इन नोटों के छापने का असली मकसद भ्रष्टाचार और काले धन के खिलाफ लोगो को... जागरूक करना था इन नोटों को 5 भाषाओं में छापा गया था और उसपे लिखा था 'अगर कोई रिश्वत मांगे तो इस नॉट को दे दें और मामले को हमे बताएं।
5th Pillar संस्था पिछले पांच वर्षों से दक्षिण भारत के 1200 स्कूल, कॉलेज और लोगों के बीच जाकर लोगों को करप्शन के खिलाफ जागरूक कर रही है, इसके लिए 30 लाख के जीरो रुपये के नोट बनाए गए हैं, जिसपर लोगों से साइन कराए जाते हैं, इस पर अब तक 5 लाख से अधिक लोगों ने हस्ताक्षर किए हैं. इस नोट पर लिखा है कि ना तो मैं रिश्वत लूंगा और ना ही दूंगा। क्या आपने ये नॉट कभी देखें है ?

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