- राजस्थान के बारमेर जिले में स्थित किराडू मंदिर -
ये है राजस्थान के बारमेर जिले में स्थित किराडू मंदिर। कहते हैं वर्षों पहले किराडू में एक तपस्वी पधारे। इनके साथ शिष्यों की एक टोली थी। तपस्वी एक दिन शिष्यों को गांव में छोड़कर देशाटन के लिए चले गए। इस बीच शिष्यों का स्वास्थ्य खराब हो गया। गांव वालों ने इनकी कोई मदद नहीं की। तपस्वी जब वापस किराडू लौटे और अपने शिष्यों की दुर्दशा देखी तो गांव वालों को शाप दे दिया कि जहां के लोगों के हृदय पाषाण के हैं वह इंसान बने रहने योग्य नहीं हैं इसलिए सब पत्थर के हो जाएं। आज भी लोग बताते हैं कि यहां साधु का शाप बना हुआ है और शाम ढ़लने के बाद कोई भी यहां नहीं ठहरता।
2. तांत्रिक के शाप से उजाड़ हुआ किला -
राजस्थान में किराडू मंदिर के अलावा एक किला है जिसे शापित माना जाता है। इस किले के बाहर भारतीय पुरातत्व विभाग की ओर से चेतावनी लगाई गई है कि रात के समय किले में प्रवेश वर्जित है। यह बदनाम किला है भानगढ़ का किला। कहते हैं इस किले को एक तांत्रिक का शाप है। तांत्रिक के शाप की वजह से यह किला रातों रात विरान हो गया ऐसा माना जाता है। कहते हैं किले में उस तांत्रिक का शाप आज भी कायम है और कुछ अजीबो गरीब घटनाएं होती हैं। हलांकि दिन के समय सैलानी इस किले में मजे से घूमते देखे जा सकते हैं।
3. जैसलमेर का कुलधरा गांव -
जैसलमेर से करीब 18 किलोमीटर दूर स्थित है कुलधारा गांव। करीब 200 सालों से विरान इस गांव को शापित माना जाता है। कहते हैं इस गांव में पालीवाल ब्राह्मण रहा करते थे। गांव की एक लड़की पर दीवान की गंदी नजर थी और उसे पाने के लिए दीवान ने गांव वालों को धमकी दी। परेशान गांव वालों ने रातों रात गांव छोड़ दिया और जाते-जाते शाप दे गए कि कभी यह गांव आबाद नहीं होगा। इस शाप के कारण आज भी यह गांव विरान और कहते हैं कि अक्सर इस गांव में अनहोनी घटनाएं होती हैं।
4. जगतपाल किला -
झारखंड की राजधानी रांची से 18 किलोमीटर की दूरी पर पिठौरिया गांव में राजा जगतपाल सिंह का किला है। इस किले को शापित माना जाता है। कहते हैं राजा जगतपाल ने क्रांतिकारी ठाकुर विश्वनाथ नाथ शाहदेव के खिलाफ अंग्रेजों का पक्ष लेते हुए गवाही दी थी जिससे क्रांतिकारी विश्वनाथ नाथ शाहदेव को मौत की सजा मिली। मरते हुए शाहदेव ने शाप दिया कि जगतपाल का किला विरान हो जाएगा और इस पर बिजली गिरेगी। उस शाप के कारण किले पर वर्षों से बिजली गिरती आ रही है।
5. शनिवार बाड़ा -
यह है बाजीराव मस्तानी का किला जिसे शनिवार बाडा के नाम से जाना जाता है। कहते इस किले में पेशवा नारायण राव को सुमेर सिंह ने दौरा दौरा कर मारा था। मरते समय नारायण राव चिल्ला रहे थे राघोवा मुझे बचा लो। कहते हैं आज भी इस शापित किले से ऐसी आवाजें आती हैं।
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