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Parle-G बिस्कुट से जुड़े कुछ तथ्य-
- 78 सालो से चला आ रहा है, आपका पसंदीदा बिस्कुट Parle-G ।
- पारले जी कंपनी की शुरुआत सन 1929 में हुई थी, लेकिन उन्होंने सन 1939 में बिस्कुट का उत्पादन शुरू किया था ।
- 1980 तक PARLE-G बिस्कुट का नाम PARLE GLUCO था ।
- Parle-G बिस्कुट ने आज तक अपना LOGO नहीं बदला है ।
- शुरू में Parle-G में G का मतलब "Glucose" था, लेकिन अब बदल कर 'Genius" कर दिया गया है ।
- Parle-G ने अपना पहला विज्ञापन 1982 में दिया था। इस विज्ञापन में एक बूढ़े दादाजी और बच्चो को दिखाया गया था ।
- पहले पारले जी बिस्कुट का पेकेट वेक्स कागच का आता था, लेकिन 2001 से इसे बदलकर प्लास्टिक के पेकेट में कर दिया गया ।
- भारत में बिक्री के मामले में पारले जी नंबर 1 है। भारत में 70% बिस्कुट पारले ही बनाता है !आप जान कर चोंक जायेंगे की - हर मिनट लगभग 250000 लोग पारले जी बिस्कुट को खाते है ।
- 2010 में पारले जी दुनिया का चोथा सबसे ज्यादा खाया जाने वाला बिस्कुट था ।
- भारत के बाद पारले जी सबसे ज्यादा चीन में खाया जाता है ।
- Parle नाम क्यों रखा गया ? - "
पारले" नाम एक पुराने गाँव के नाम पर रखा गया ।
जो लड़की पारले के पेकेट पर है वो कोन है ? >> हम आपको बता दे की जो लड़की पारले के पेकेट पर है, वो एक काल्पनिक चित्र है, उसका किसी भी व्यक्ति से कोई सम्बन्ध नहीं है। आज तक सब नीरू देशपांडे को पारले जी गर्ल मानते थे, लेकिन यह सच नहीं है। पारले पेकेट पर लगी लड़की का चित्र Everest creative "Maganlal Daiya" ने 1960 में बनाया था।
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