Most Haunted Places of West Bengal



















Most Haunted Place of West Bengal  



भारत में ऐसे लोगों की कमी नहीं है जो भूत-पिशाच में विश्‍वास करते हों। लेकिन इसमें कोई शक नहीं कि कई जगहों पर जाने से आपको ऐसा एहसास होता है कि शायद कोई आवाज दे रहा है या कोई अजीबोगरीब आकृति नजर आ रही है। कभी परछाई नजर आकर गायब हो जाती है तो कभी ऐसा एहसास होता है कि करीब से कोई रूह निकली है। बंगाल जहां अपनी खूूबसूरती के लिए मशहूर है, वहीं ऐसी जगह यहां कम नहीं है जो कि भूतिया होने के लिए प्रसिद्ध है। आइए जानते हैं ऐसी बंगाल में मौजूद ऐसे स्‍थल जहां भूतों का निवास है।

1-रबीन्द्र सरोबर मेट्रो स्टेशन भारत की सबसे पहली मेट्रो कोलकाता में ही चलनी शुरू हुई थी। सबसे पुरानी मेट्रो का यह स्टेशन, रबिन्द्र नाथ मेट्रो स्टेशन भूतहा होने के लिए भी प्रसिद्द है। कहा जाता है कि इस मेट्रो स्टेशन पर कई लोगों ने आत्महत्याएं की हैं इसलिए यहाँ लोगों का कहना है कि उन्हीं आत्महत्या करने वालों की आत्माएं आज भी रात के समय यहाँ भटकती हैं। रात के अंतिम मेट्रो में यात्रा करने के लिए इस स्टेशन में आने वाले कई यात्रियों ने अनजान व अजीब सी परछाइयां देखने का दावा किया है। इसलिए इसे कोलकाता की सबसे डरावनी जगहों की सूचि में शामिल किया गया है।





2-नेशनल लाइब्ररी: कोलकाता में स्थित है भारत की सबसे बड़ी पब्लिक लाइब्रेरी, द नेशनल लाइब्रेरी(राष्ट्रीय पुस्तकालय), जो कई पुरानी व शानदार किताबों से भरी पड़ी है। पर इस पुस्तकालय में सिर्फ साहित्यिक कहानियां ही नहीं बल्की कई भूत के किस्से भी प्रसिद्द हैं। इस पुस्तकालय के बारे में अगर आपको असली कहानियां सुननी हैं तो, यहाँ एक बार ज़रूर जाएँ पर केवल दोपहर के समय। यहाँ कोई सिक्योरिटी गार्ड रात में ड्यूटी करना नहीं चाहता है।




3-हावड़ा ब्रिज के नीचे: कई आत्महत्या व दुर्घटनाओं में हुई मौत ने इस जगह को कोलकाता की सबसे डरावनी जगहों में से एक बना दिया है। कई लोगों ने शाम के बाद यहाँ मरने वाले लोगों की आत्माओं को भटकते हुए देखा है। यहाँ के लोग शाम के बाद इस जगह के आस-पास भी नज़र नहीं आते।




4-नीमताला बर्निंग घाट: यह कोलकाता की सबसे प्राचीन घाट है। रात के समय काली मां की पूजा होती है लेकिन यहां रात के दौरान अघोरी पूजा करते हैं और तंत्र विद्या करते हैं। भूतियां शक्तियों को रात में यहां जागृत किया जाता है।


5-राइटर्स बिल्डिंग

इस जगह को भारत की सबसे डरावनी जगहों में से एक माना जाता है। कभी नौकरों के रहने की इस जगह में आज भी कई कमरे सालों से बंद पड़े हैं। आसपास रहने वाले लोगों ने कई बार यहां डरावनी चीखों की आवाज़ सुनी है। यहाँ बंद पड़े कमरों में कई सारे भयावह राज़ बंद हैं, जिन्हें जानने की हिम्मत किसी ने भी अब तक नहीं की।


6-Dow Hill Of Kurseong


दार्जलिंग पश्चिम बंगाल में है। कुर्स‌ियांग दार्जल‌िंग का एक ह‌िल स्टेशन है। इसकी ऊंचाई 4864 फ़ीट है। दार्जिलिंग से सिर्फ 30 किमी की दूरी पर बहुतायत में खिले सफेद ऑर्किंड के आकर्षक फूलों से सुसज्जित एक छोटा सा पर्यटक स्‍थल है। कहते हैं कि दिन में यहां प्राकृतिक सौंदर्य बिखरा रहता है लेकिन रात में एक शैतान घुमता है।


कुछ लोगों की मान्यता अनुसार अंग्रेजी में 'कर्स' का मतलब होता है शाप। इसी कर्स शब्द से इस जगह नाम पड़ा है कुर्स‌ियांग यानी शाप‌ित जगह। कुर्शियांग का स्थानीय नाम खरसांग है जिसका मतलब होता है 'सफेद आर्किड की भूमि।'


कुर्सियांग मुख्यतः अपने बोर्डिंग स्कूलों और पर्यटन के लिए जाना जाता है। पर कुर्शियांग से लगती डाउ हिल से एक भयानक मान्यता जुड़ी हुई है। हालांकि इसमें कितनी सचाई है यह बताना मुश्किल है।
कहते हैं कि डाउ हिल के जंगलों में बड़ी संख्या में आत्म हत्याएं की गई है। इस जंगल में इधर उधर इंसानों की हड्डियां दिखाई देना आम बात है। इसलिए ही इसे हॉन्टेड माना जाने लगा होगा। यहां के स्थानीय लोगों के अनुसार दिसंबर से मार्च तक की छुट्टियों के दौरान उन्हें विक्टोरिया बॉयज स्कूल में पैरों कि आहट सुनाई देती है।
कुछ की मान्यता अनुसार एक लकड़हारे ने रात में एक युवा लड़के की सर कटी लाश को घूमते हुए देखा था जो कुछ दूर जाकर पेड़ों में गायब हो गई थी। स्थानीय मान्यता अनुसार रात के समय डाउ ह‌िल के जंगलों में जाना मौत को न‌िमंत्रण देना है। डाउ ह‌िल के अलावा यहां के कुछ और भी स्‍थान है जो हॉन्टेड माने जाते हैं।


7-West Bengal's 'haunted' Begunkodar railway station



भुतहा जगह के रूप में पश्चिम बंगाल में स्थित 'बेगुनकोडोर रेलवे स्टेशन' को देश के सबसे डरावने स्टेशन्स में से एक माना गया है। यहां पर भूतों का डर इतना अधिक है कि इसे पिछले कई सालों से बंद रखा गया tha। स्थानीय लोग मानते हैं कि इस स्टेशन पर जाने वाला व्यक्ति जिन्दा नहीं बचता है। वे कहते हैं कि यहां एक भूतनी का वास है, जो सफेद साड़ी पहनती है। यह वर्ष 1967 की बात है जब रेलवे के ही एक कर्मचारी ने अचानक स्टेशन पर सफेद साड़ी वाली औरत को देखा था। धीरे-धीरे इस स्टेशन पर काम करने वाले अधिकारियों ने काम करना बंद कर दिया। एक कर्मचारी ने वहां रुकने का फैसला तो किया, लेकिन दूसरे दिन ही वो वहीं मृत पाया गया। उसके बाद ही इस जगह को भुतहा घोषित कर ke kafi salo ke लिए बंद कर दिया गया tha।

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